कविता : आपस में रखें मेल
आपस में रखें मेल आओ बच्चो खेलें खेल आपस में रखें मेल जाति-पाँति, ऊँच-नीच का मिटा दो हर भेद हममें
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Read moreहिंदी में कविता : दशानन पुनर्जन्म महाबली रावण की अस्थियाँ आग में धू-धू जल रही थीं व्योम में चटखें- चटख
Read moreकविता : हर चेहरे पर मुस्कान हो हर चेहरे पर मुस्कान हो हर चेहरे पर मुस्कान हो हर हाथ को
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