आशुभाषण


विद्यालयों में भाषणों के समान ही आशुभाषणों का भी आयोजन किया जाना चाहिए। यह विशेष रूप से आपके लिए हितकर होता है। इसमें आपको तत्काल विषय दिया जाता है जिसके कारण विषय की तैयारी का समय नहीं मिल पाता है।

इसका एक मात्र उद्देश्य यह रहता है कि आप मौलिक ढंग से किसी भी विषय पर तत्काल चिंतन करना सीख लें और अपने विचारों को श्रोताओं के समक्ष सरस एवं आकर्षक ढंग से प्रस्तुत कर सकें।

इससे आपमें आत्मविश्वास, धैर्य और प्रत्युत्पन्नमति आदि गुणों का विकास संभव है।