संवाद लेखन : ताजमहल की सैर को लेकर मित्रों के बीच संवाद
ताजमहल की सैर को लेकर मित्रों के बीच संवाद
ताजमहल की सैर को लेकर मित्रों के बीच संवाद – (सभी मित्र तांगे में बैठ कर आगरा स्टेशन से चलते हैं और ताजमहल के सामने आकर उतरते हैं)
सब : (खुश होकर) अरे, वाह! कितना सुंदर है यह ताजमहल!
रचना : यह तो सारा का सारा सफेद संगमरमर का बना हुआ है।
अनुभव : दीदी, तुम तो पहले भी यहाँ आ चुकी हो। हमें ताज के बारे में सब कुछ बताओ।
श्रेया : हाँ, हाँ, तुम पूछो, मैं सब बताऊँगी।
विशाल : यह तो बहुत ही सुंदर है-किसने बनवाया था?
श्रेया : यह मुगल सम्राट शाहजहाँ ने बनवाया था।
रचना : किसलिए दीदी?
श्रेया : अपनी प्यारी बेगम मुमताज महल की मृत्यु के बाद उसकी याद में बनवाया था।
अनुभव : इसको बनवाने में बहुत पैसा और बहुत समय लगा होगा?
श्रेया : पैसा भी लगा होगा। इसको तैयार करने में बीस हज़ार मज़दूर लगाए गए और उन्होंने इसको बीस वर्षों में तैयार किया।
रचना : ताजमहल बहुत ही सुंदर और आकर्षक बनवाया गया है।