छोटा मेरा खेत – सार
छोटा मेरा खेत – उमाशंकर जोशी सारांश कवि कहता है कि चौकोर खेत रूपी कागज़ पर जिस पर कोई भी
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Read moreबगुलों के पंख – उमाशंकर जोशी सारांश कवि काले बादलों से भरे आकाश में पंक्ति बनाकर उड़ते सफेद बगुलों को
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