कविता : दशानन पुनर्जन्म
हिंदी में कविता : दशानन पुनर्जन्म महाबली रावण की अस्थियाँ आग में धू-धू जल रही थीं व्योम में चटखें- चटख
Read Moreहिंदी में कविता : दशानन पुनर्जन्म महाबली रावण की अस्थियाँ आग में धू-धू जल रही थीं व्योम में चटखें- चटख
Read Moreनिम्नलिखित काव्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर प्रश्नों के उत्तर दीजिए: जड़ दीप तो देकर हमें आलोक जलता आप है, पर एक
Read Moreदिए गए पद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए : सबसे सुंदर देश हमारा, अपनी धरती सबसे
Read Moreजलाओ दिये (दिए) पर रहे ध्यान इतना : गोपालदास ‘नीरज’ निम्नलिखित पद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर प्रश्नों के उत्तर दीजिए :
Read Moreनिम्नलिखित काव्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर प्रश्नां के उत्तर दीजिए : संकटों से वीर घबराते नहीं, आपदाएँ देख छिप जाते नहीं।
Read Moreनिम्नलिखित पद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर प्रश्नों के उत्तर दीजिए : बसो मेरे नैनन में नंदलाल। मोहन मूरति साँवरि सूरति नैना
Read Moreएक सुनहली किरण – कीर्ति चौधरी एक सुनहली किरण उसे भी दे दो। भटक रहा जो अँधियाली के वन में,
Read Moreपद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए – लीक पर वे चलें जिनके साक्षी हों राह रोके
Read Moreनिम्नलिखित पद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर प्रश्नों के उत्तर दीजिए – तुझको या तेरे नदीश, गिरि, वन को नमन करूँ मैं
Read Moreनिम्नलिखित काव्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर प्रश्नों के उत्तर दीजिए – मेरे तो गिरधर गोपाल दूसरो न कोई, जाके सिर मोर
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