5 फरवरी का इतिहास
5 फरवरी, 1996
इसी दिन ब्रिटेन में पहली बार जीएम टमाटरों से बनी प्यूरी वहाँ के बाजारों में बिकी थी। यह प्यूरी उन खास जीएम टमाटरों से बनाई गई थी, जिसमें से टमाटर को सड़ाने वाला जीन या आनुवंशिक सूचक अलग कर दिया गया था।
यही कारण है कि टमाटर बहुत सालों तक जीएम उत्पादों का प्रतीक रहा। इसके पहले 1994 में अमेरिका में पहली बार व्यावसायिक स्तर पर जीएम टमाटर बेचे गए थे।
कई बार फसलों को और पोषक बनाने और भारी मात्रा में उगाने के लिए भी उनकी जेनेटिक सरंचना में बदलाव किए जाते हैं।
खाने-पीने की चीज़ों के अलावा बायोफ्यूल बनाने में काम आने वाले पौधों के डी एन ए में भी अंतर लाया जाता है, जिससे व्यावसायिक फायदा मिलते हैं।
पहली बार उगाए जाने से लेकर अब तक हर साल जी एम फसलों को उगाने वाले क्षेत्र में 100 गुणा से ज्यादा बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
भारत में जीएम बीजों के परीक्षण पर रोक है। पर्यावरणविदों का दावा है– वैज्ञानिक सबूत हैं कि जीएम लोगों के साथ जैव विविधता के लिए भी हानिकारक है।