solution for NCERT Punjabi and Hindi CBSE, History of India, Zafarnama, History of Punjab, Anuchhed and Lekh in Hindi and Punjabi, Hindi and Punjabi suvichar
ताकत या बुद्धिमानी से ज्यादा सतत प्रयास ही हमारे सामर्थ्य को साकार करने की कुंजी है।
उड़ने की क्षमता पर संदेह करते ही आप हमेशा के लिए ऐसा करने की क्षमताखो देते हैं।
बुरा व्यक्ति उस समय और भी बुरा हो जाता है, जब वह अच्छाहोने का ढोंग करता है।
बुद्धिमान व्यक्ति को जितनेअवसर मिलते हैं, उससे अधिक वह स्वयं बनाता है।
जो नए सुधारों पर अमलनहीं करेगा, वह नए खतरों को न्यौता देगा।
हम स्वभाव के मुताबिकसोचते हैं, कायदे के मुताबिकबोलते हैं और रिवाज के मुताबिक आचरण करते हैं।
प्रतिशोध लेते समय मनुष्य अपने शत्रु के समान ही होता है, लेकिन उसकी उपेक्षा कर देने पर वह उससे बड़ा हो जाता है।
आप जो भी करते हैं, वह कमअहम या कम जरूरी हो सकता है, जरूरी यह है कि आपकुछकरें।
‘हेयम् दुखम् अनागतम’, अर्थात दुख आने से पहले ही उसे रोक देना चाहिए। योग के प्रणेता बी. के. एस. आयंगर ने कहा है कि शरीर मेरा मंदिर है और आसन मेरी प्रार्थना। आखिरकार शरीर ही हमारी असली पूंजी है, जो ताउम्रहमारे साथ रहती है।
जो आपसे ज्यादाजानते हैं, उनसेसीखिए और कमजाननेवालों को सिखाईये।