प्रश्न. लघुकथा लेखन क्या है?


उत्तर : लघुकथा-लेखन गद्य साहित्य जगत की सबसे रोचक विधा है। लघुकथा आकार में लघु होती है और कथा तत्व से भरपूर होती है। इसमें जीवन की किसी एक घटना का वर्णन किया जाता है। यह एक ऐसी विधा है जो अपने सीमित क्षेत्र में पूर्ण एवं स्वतंत्र है, प्रभावशाली है। जीवन के किसी एक अंग या किसी एक मनोभाव को प्रदर्शित करना ही कहानीकार का उद्देश्य होता है। उसके पात्र, उसकी भाषा-शैली, उसका कथा विन्यास सभी उसी एक भाव को पुष्ट करते हैं।


उद्देश्य

• नैतिक शिक्षा प्रदान करना।

• कल्पना-शक्ति का निरंतर विकास करना।

• कहानी लिखने के कौशल का विकास करना।

• मनोरंजन प्रदान करना।


विशेषताएँ

• निरंतरता

• रचनात्मकता

• प्रभावी संवाद/पात्रानुकूल संवाद

• जिज्ञासा/रोचकता

• कथात्मकता


छात्रों को कहानी (कथा) लिखते समय निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए-

1. कथा/कहानी लिखने से पूर्व उसकी रूपरेखा तैयार कर लेनी चाहिए।

2. कहानी की भाषा शैली सरल व स्पष्ट होनी चाहिए।

3. कहानी लिखते समय विभिन्न घटनाओं और उसमें आए प्रसंगों को संतुलित रूप में लिखना चाहिए।

4. कहानी में न तो बहुत छोटे वाक्य और न ही अति आवश्यक रूप से विस्तृत बड़े-बड़े वाक्य होने चाहिए।

5. सबसे जरूरी बात, कहानी से पाठक को कोई न कोई उपदेश या शिक्षा अवश्य मिलनी चाहिए।

6. लेखक को कम शब्दों में अपनी बात कहनी आनी चाहिए।

7. कथा लेखन भूतकाल में लिखना चाहिए।