बड़े भाई साहब – प्रश्न – उत्तर
प्रश्न . पढ़ाई और परीक्षाओं के प्रति बड़े भाई साहब और छोटे भाई साहब के दृष्टिकोण में क्या मौलिक अंतर है? आपके विचार से दोनों में सामंजस्य किस प्रकार बिठाया जा सकता है?
उत्तर – बड़े भाई साहब पाठ में पढ़ाई और परीक्षाओं के प्रति बड़े भाई साहब और छोटे भाई के दृष्टिकोण में अनेक मौलिक अंतरों को दिखाया गया है।
बड़े भाई साहब के लिए परीक्षा पास करना जीवन का सबसे बड़ा उद्देश्य था। उनके लिए यह जीवन ही नहीं, पढ़ाई की भी सफलता परीक्षा पास करने के बाद ही संभव है। इसके लिए वे कठिन परिश्रम पर बल देते थे।
छोटे भाई को कहते थे कि पढ़ाई करने के लिए आँखें फोड़नी पड़ती हैं, खून जलाना पड़ता है, तब कहीं जाकर विद्या आती है।
इसके विपरीत छोटा भाई खेल – कूद को अधिक महत्व देता था। वह किताबों से दूर ही रहता था। परीक्षा में अव्वल अंक लाता था।
सफल जीवन के लिए दोनों का सामंजस्य आवश्यक है। खेल के समय खेल और पढ़ाई के समय पढ़ाई आवश्यक है। इससे शरीर भी स्वस्थ रहेगा तथा बुद्धि का भी स्वाभाविक विकास होगा।