पतंग – सार
पतंग – आलोक धन्वा
सारांश
तेज बौछारों वाले धुंधला भादों के जाने के बाद चमकीला, साफ, स्वच्छ शरद आते ही बच्चों को पतंग उड़ाने के लिए इशारे से बुलाता है ताकि बच्चे दुनिया की सबसे हल्की वस्तु पतंग को मुलायम आकाश में उड़ा सकें। कपास जैसे नरम, मुलायम बच्चे छतों पर पतंग लूटने को दोड़ सकें व अपने लचीले वेग से छतों से गिरने से भी बच सकें।