आज का सुविचार

ईर्ष्या की भावना तब महसूस होती है, जब हमें लगता है कि कोई हम से बेहतर स्थिति में है। कहा जाता है कि हमें कभी ईर्ष्या नहीं करनी चाहिए। लेकिन, यह बेतुका है क्योंकि आखिरकार हम इंसान हैं। ईर्ष्या नाराजगी या हार जैसी भावनाओं को भड़का सकती है और यह प्रेरणा का स्रोत बन सकती है।

रॉबर्ट लीही