काव्यांश : हम कौन थे, क्या हो गए हैं और क्या होंगे अभी,
हम कौन थे, क्या हो गए हैं और क्या होंगे अभी, हम कौन थे, क्या हो गए हैं और क्या
Read Moreहम कौन थे, क्या हो गए हैं और क्या होंगे अभी, हम कौन थे, क्या हो गए हैं और क्या
Read MoreClean India, green India Before we leave…. Take a minute to clean. Clean India, green India A dream in my
Read Moreमेरे सपनों का भारत हो सबका प्यारा मेरे सपनों का भारत, सबका प्यारा हो हर घर में रोशनी का समय
Read Moreमेरा सपना – मानवता ही धर्म हो अपना जहाँ सांप्रदायिकता व बैर ना होगा जहाँ आडंबर व दिखावा ना होगा
Read Moreइक्कीसवीं सदी का भारत इक्कीसवीं सदी का भारत कैसा हो… इक्कीसवीं सदी का भारत ऐसा हो……. जहाँ वायु में सुगंध
Read Moreइस युग को नूतन स्वर देना होगा मैं चला, तुम्हें भी चलना है तेज धारा पर समय हथेली पर लेकर
Read Moreमैं सब कुछ बदलना चाहता हूं मैं सब कुछ बदलना चाहता हूँ नया भारत बनाना चाहता हूँ मैं सबके लिए
Read Moreकोमल हाथों में थमाओ कलम हाथ में उनको कलम उठाना अच्छा लगता है, उनको भी सुबह – सुबह स्कूल जाना
Read Moreसब धर्म हों समान, हो सबका सम्मान रोज तो कई जुबानों से सुना है, कि मेरा भारत महान है। आज
Read Moreअब युद्ध की चिंगारी फिर नहीं जलेगी युद्धविहीन विश्व का सपना भंग न होने देंगे।सपने में भी जंग न होने
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