अपने मामाजी को पत्र लिखिए जिसमें उनके द्वारा भेजी गई कहानी की किताब के लिए धन्यवाद प्रकट किया गया हो।
परीक्षा भवन
नई दिल्ली
दिनांक : 3 फरवरी, 20XX
पूज्य मामाजी
सादर चरण स्पर्श
मैं यहाँ सकुशल हूँ। आशा है आप सपरिवार कुशल-मंगल होंगे। आपके द्वारा भेजी गई रवींद्रनाथ टैगोर की कहानियों की पुस्तक मिली। मामाजी यह उपहार मेरे लिए अमूल्य है। जब मैंने इनमें लिखी कहानियाँ पढ़ीं, तो जिस आनंद का अनुभव हुआ उसका वर्णन नहीं किया जा सकता। मुझे इस संकलन में से ‘अंतिम शिक्षा’ कहानी बहुत ही अच्छी लगी। मामा जी इन कहानियों में जो गहराई है उसे वही समझ सकता है, जो साहित्य में रुचि रखता है। आपने मेरी रुचि को जानते हुए यह उपहार जो मुझे भेजा है, उसके लिए मैं आपको दिल से धन्यवाद दे रहा हूँ। घर पर मामीजी को मेरा प्रणाम कहना और दिवेश को प्यार।
आपका भाँजा
क० ख०ग०