14 जनवरी के दिन की गई नैपोलियन बोनापार्ट की हत्या

14 जनवरी, 1858

इस दिन नैपोलियन बोनापार्ट की हत्या की साजिश का खुलासा हुआ था। 19वीं सदी में नैपोलियन यूरोप के ताकतवर शासकों में से एक था।

वह 27 साल की उम्र में फ्रेंच आर्मी ऑफ इटली का सेनापति बन गया था। सीनेट ने नैपोलियन को फ्रांस का शासक मंजूर किया था। नैपोलियन ने कई लड़ाईयां जीतीं, लेकिन वाटरलू की लड़ाई हार गया। यह उसकी आखिरी लड़ाई थी।

फ्रांस के खिलाफ ब्रिटेन, रूस, ऑस्ट्रिया और हंगरी की सेनाएं लड़ी थी। हार के बाद नैपोलियन ने ब्रिटेन के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था। ब्रिटेन ने उसे सेंट हेलेना टापू में रखा।

सेंट हेलेना में 52 साल की उम्र में नैपोलियन की मौत हुई थी। उसे आर्सेनिक जहर दिया गया था। हत्या की इस साजिश का खुलासा नैपोलियन की हत्या के 37 साल बाद हुआ था।

नैपोलियन ने सेंट हेलेना टापू में अपनी वसीयत में लिखा था- “मरने के बाद मुझे फ्रांस में ही दफनाया जाए। मैं फ्रांस की जनता से प्यार करता हूँ।”