100 शब्दों की कहानी
हिंदी में कहानी : देखने – सोचने का ढंग मायने रखता है
एक व्यक्ति के बारे में मशहूर हो गया कि उसका चेहरा मनहूस है। लोगों ने इसकी शिकायत राजा से की। राजा सुबह मुख देखने पहुंचा। संयोग से उस दिन राजा भोजन नहीं कर सका। उसे लगा उस व्यक्ति का चेहरा सचमुच मनहूस है। उसने उसे मृत्युदंड सुनाया।
मंत्री ने पूछा इसे क्यों दंड दे रहे हैं? राजा ने कहा ये मनहूस है। मैंने इसका मुंह देखा तो भूखा रहा। मंत्री ने कहा, महाराज इसने भी सर्वप्रथम आपका मुख देखा। आपको भोजन नहीं मिला, पर आपके मुखदर्शन से इसे मृत्युदंड मिल रहा है। मनहूसियत हमारे देखने -सोचने के ढंग में होती है।