1 फरवरी के दिन हुआ कल्पना चावला के साथ अंतरिक्ष में हादसा
1 फरवरी, 2003
इसी दिन अंतरिक्ष से कोलम्बिया लौट रहा अमेरिका की एजेंसी नासा (NASA) का यान धरती से सिर्फ 16 मिनट की दूरी पर था। तभी हवा में यान में धमाका हुआ और आग का शोला निकला।
भारतीय मूल की अमेरिकी कल्पना चावला सहित सात अंतरिक्ष यात्रियों की यान में ही जान चली गई। अंतरिक्षयात्री दल में कल्पना के साथ लॉरेल क्लार्क दूसरी महिला थीं।
आसमान से अंतरिक्ष यान का कुछ मलबा टेक्सास और लुईजियाना के आसपास गिरा। न जाने कितनी कल्पनाओं को हकीकत में बदलने वाली संस्था ने अपनी उडानों के पर कतर दिए।
शटल प्रोग्राम मैनेजर रॉन डिटेमोर ने रूंधे गले से ऐलान किया, ” हम तब तक उड़ान नहीं भरेंगे, जब तक इस हादसे के बारे में समझ न आ जाए। हमने जरूर कोई गलती की होगी।”
हरियाणा के करनाल में पैदा हुई चावला का यह दूसरा अंतरिक्ष दौरा था। कल्पना जेआरडी टाटा (जो भारत के अग्रणी पायलट और उद्योगपति थे) से प्रभावित थीं। 1995 में नासा ने अंतरिक्ष यात्रा के लिए उनका चयन किया था।