सच्चा प्रोफेशनल किस तरह से सोचता है।

सकारात्मक बदलाव लाने के लिए, आप जो करते हैं, उसमें आपको अपनी आकांक्षाओं को और बढ़ाना होगा।

हमारी आकांक्षाएं हमारी सम्भावनाएं हैं।

हमारी आकांक्षाएं ऊंची हों तो हमें स्फूर्ति देती हैं, उम्मीद बनाये रखती हैं और निरंतर बढ़ने की राह में आने वाली बाधाओं को दूर करने की ताकत देती हैं।

जब भी बदलाव होता है, पहले से जमी व्यवस्थाओं, व्यवहार और समाज से गहरे प्रतिरोध का सामना करने से होता है।

हर समय, अपने फायदे की बजाय लोगों के फायदे को भी ध्यान में रखना चाहिए। लंबे समय में आपके लिए यही अच्छा होता है।

व्यावसायिकता को बौद्धिक स्वतंत्रता की जरूरत होती है। व्यक्तिगत सम्बन्धों को अपने प्रोफेशनल रवैये में रुकावट न बनने दें।

ऐसे ऐसे प्रतिभावान लोग होते हैं जो अपने मालिकों द्वारा बताया जाना पसंद करते हैं। इस रवैये पर काबू पाने की जरूरत है।

अगर सच्चा प्रोफेशनल बनना चाहते हैं तो स्वतंत्र रूप से सोचना आना चाहिए।

प्रगति के लिए आत्मविश्वास बेहद महत्वपूर्ण है। खुलापन आत्मविश्वास का प्रतीक है।

व्यक्तियों और लीडर्स के रूप में, हमें उन विचारों को दूर करना होगा, जिससे कट्टर राष्ट्रवाद, अंध देशभक्ति और संकीर्णता की भावना उपजे।

हम जिस जीवन का नेतृत्व करते हैं, वह आने वाली पीढ़ियों के लिए देश के भविष्य को आकार देगा।

हम अपने जीवन के लिए एक व्यक्तिगत, भावुक एवं चुनौतीपूर्ण दृष्टि रखें। हम वह बनने की कोशिश करें, जो हम हो सकते हैं।

अपने सपनों की दिशा में आत्मविश्वास से बढ़ें और जिंदगी ऐसी जियें, जैसी हमने कल्पना की है।”