संवेदना पत्र : मित्र को संवेदना-पत्र


आपके मित्र के पिता की फैक्टरी में आग लगने से करोड़ों का नुकसान हुआ है। मित्र को संवेदना-पत्र लिखिए।


1325, सेक्टर 23

ग्रेटर नोएडा

दिनांक : 25 जनवरी, 20XX

प्रिय वरुण

सप्रेम नमस्ते

राजेश से यह जानकर बहुत दुख हुआ कि तुम्हारे पिता की फैक्टरी में आग लग गई और पूरी फैक्टरी राख में बदल गई। यह एक ऐसा झटका है, जिसे सहना बहुत मुश्किल है।

वरुण, मैं जानता हूँ कि इससे तुम्हारी आर्थिक स्थिति को बहुत धक्का लगा होगा, लेकिन इस बात के लिए तो हमें ईश्वर का धन्यवाद करना होगा कि कोई जान का नुकसान नहीं हुआ। पैसा तो फिर कमाया जा सकता है, लेकिन जाने वाला इंसान वापस नहीं आता।

वरुण, यह भी अच्छा है कि तुम्हारे पिताजी ने सारी मशीनों और अन्य सामान का बीमा कराया हुआ था। अब देर-सवेर तुम्हारे पिताजी को इसका मुआवजा मिल जाएगा। परंतु दृढ़ संकल्प के साथ अब फिर से फैक्टरी को नए सिरे से खड़ा करना होगा।

वरुण, इस समय अपने पिता का पूरा ध्यान रखना। उनको मानसिक संबल देना। मेरी किसी भी तरह की सहायता चाहिए तो बेझिझक कहना मैं भरसक सहयोग प्रदान करूँगा।

तुम्हारा मित्र

अमित