संज्ञा शब्दों के एकवचन से बहुवचन में परिवर्तन के नियम


संज्ञा शब्द : एकवचन से बहुवचन में परिवर्तन के नियम


संज्ञा शब्दों के एकवचन से बहुवचन बनाने के कुछ नियम होते हैं। बहुवचन बनाते समय सबसे महत्वपूर्ण है शब्द के लिंग का ज्ञान। शब्द के लिंग का ज्ञान होने पर आसानी से नियम लगाकर बहुवचन शब्द बनाए जा सकते हैं।

जैसे :

केवल पुल्लिंग शब्दों में :

(i) एकवचन शब्द के अंतिम ‘आ’ का ‘ए’ करके

सपना = सपने

तुम्हारा = तुम्हारे

इरादा = इरादे

(ii) यदि अंत में ‘अ’, ‘ई’ या ‘उ’ स्वर हो तो बहुवचन वही रहेगा;

जैसे – वृक्ष, कार्य; धनी, साथी; गुरु, शत्रु।

केवल स्त्रीलिंग शब्दों में

(iii) अंतिम ‘अ’ को ‘एँ’ (‌‌मात्रा का प्रयोग) में बदलकर और अंतिम ‘आ’ (T) के बाद ‘एँ’ जोड़कर :

बांह= बाहें

सड़क = सड़कें

सफलता = सफलताएँ

फ़सल = फ़सलें

रचना = रचनाएँ

प्रतिज्ञा = प्रतिज्ञाएँ

(iv) इ और ई को इयाँ में बदलकर

गति = गतियाँ

कहानी = कहानियाँ

लेखनी = लेखनियाँ

लड़की = लड़कियाँ

(v) अंतिम उ और ऊ के साथ एँ जोड़कर (ऊ वाले शब्दों में एँ जोड़ने से पहले ऊ को उ में बदलें) :

वस्तु = वस्तुएँ

ऋतु = ऋतुएँ

धेनु = धेनुएँ

वधू = वधुएं

बहू = बहुएँ

बाज़ू = बाजुएँ

(vi) या को याँ में बदलकर :

गुड़िया = गुड़ियाँ

डिबिया = डिबियाँ

चिड़िया = चिड़ियाँ

बुढ़िया = बुढ़ियाँ