विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका के आदर्श वाक्य


देश का मंत्र

सत्यमेव जयते

यह भारत सरकार का ध्येय वाक्य है।

मुंडकोपनिषद् से लिए गए इस वाक्य का अर्थ है- आखिर में सत्य की ही जीत होती है, असत्य की नहीं।

सत्य ही सबसे बड़े लक्ष्यों तक पहुंचाता है।


संसद का पथप्रदर्शक

धर्मचक्र प्रवर्तनाय

यह वाक्य संसद भवन में अंकित है।

इसका अर्थ है- भारत के शासक धर्म के रास्ते पर आगे बढ़ें, और इसका अनुसरण करें।

बुद्ध ने सारनाथ में जो पहला उपदेश दिया था उसे धर्मचक्र प्रवर्तन कहते हैं।

यह वाक्य वहीं से लिया गया है।


शिक्षा का संकल्प

असतो मा सद्गमय

सीबीएसई का यह ध्येय वाक्य बृहदारण्यक उपनिषद् से लिया गया है।

अर्थ है- हमें असत्य से सत्य की ओर ले चलो।

यूजीसी का ध्येय वाक्य है ‘ज्ञान-विज्ञानं विमुक्तये’ यानी ज्ञान ही जड़ता मिटाता है।


स्वास्थ्य का लक्ष्य

शरीरमाद्यं खलुधर्मसाधनम्

यह अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) का वाक्य है।

भावार्थ है – शरीर सभी कर्तव्यों को पूरा करने का साधन है।

यह पंक्तियां कालीदास की रचना कुमारसम्भवम् महाकाव्य से ली गई हैं।


न्याय की शक्ति

यतो धर्मस्ततो जयः

यह सुप्रीम कोर्ट का ध्येय वाक्य है।

इसका अर्थ है – जहां धर्म है वहां जीत है।

यह वाक्य महाभारत से लिया गया है।

मूल श्लोक है – यतः कृष्णस्ततो धर्मो यतो धर्मस्ततो जयः।

भावार्थ यह है कि विजय हमेशा धर्म के पक्ष में रहती है।


ज्ञान की प्रार्थना

तत् त्वं पूषन् अपावृणु

यह केन्द्रीय विद्यालय का ध्येय वाक्य है, जो ईशावास्योपनिषद से लिया गया है।

इसका अर्थ है – सत्य का मुख सुनहरे ढक्कन से ढका है।

हम सत्य को जान सकें और देख सकें, इसलिए हे सूर्य! ढक्कन हटा दीजिए।


सत्य का निश्चय

धर्मो रक्षति रक्षितः

यह रिसर्च एंड एनालिसिस विंग का ध्येय वाक्य है।

इसका भावार्थ है- तुम धर्म की रक्षा करो, धर्म तुम्हारी रक्षा करेगा।

यह वाक्य मनुस्मृति से लिया गया है।


गणतंत्र की रक्षक हमारी सेना की शक्ति के वाक्य :

वायु सेना – नभःस्पृशं दीप्तम्

यह वाक्य भगवत गीता से लिया गया है।

यह कृष्ण-अर्जुन के संवाद का हिस्सा है।

इसका भावार्थ है – गर्व के साथ आकाश को छूना।

इस श्लोक में भगवान विष्णु के गुणों के बारे में बताया गया है कि उनका रूप चमकदार, कई रंगों वाला और प्रकाशमान नेत्र वाला है।


नौसेना – शं नो वरुणः

नौ सेना का ध्येय वाक्य तैत्तिरीय उपनिषद की प्रार्थना से लिया गया है।

यह जल के देवता वरूण की प्रार्थना है।

इसका भावार्थ है – जल देवता वरुण हमारे लिए मंगलकारी रहें।

हमें शांति प्रदान करें।


थल सेना- सर्विस बिफोर सेल्फ

सेना के इस मोटो का भावार्थ है – हर सैनिक में स्वयं से पहले सेवा का रहता है।

हमेशा देश की सुरक्षा, सम्मान और कल्याण सबसे पहले आता है।


बीएसएफ – जीवन पर्यन्त कर्तव्य

सीमा सुरक्षा बल के जवानों का ध्येय वाक्य है – ‘जीवन पर्यंत कर्तव्य’।

भावार्थ है – कर्तव्य पर हमेशा बढ़ते रहो।

इनका घोष है – ‘भारत माता की जय’।

‘भारत माता की जय’।


भारतीय तटरक्षक – वयं रक्षामः

भारतीय तटरक्षक के मोटो वयं रक्षामः का अर्थ है हम रक्षा करते हैं।

भारतीय तटरक्षक का काम है समुद्र में मौजूद ऑयल, मछली और खनिजों सहित हमारे समुद्र और तटों की रक्षा करना।