ताकत होते हुए झुकना श्रेष्ठ गुण है, श्रेष्ठ होकर सामान्य रहना सर्वश्रेष्ठ गुण है।
अपने सर्वोत्तम गुण का प्रदर्शन करें, तो कोई भी आपको नजरंदाज नहीं करेगा।
धीरे-धीरे बढ़ने से मत डरो। सिर्फ स्थिर खड़े रहने से डरो।
दुःख को स्वीकार करना दुःख से उबरने का सबसे महत्वपूर्ण कदम है।
कभी-कभी अच्छी चीजें बिखर जाती हैं, ताकि बेहतर चीजें साथ आ सकें।
विश्वास वो ताकत है, जो अंधकार में डूबी जिंदगी में भी रोशनी भर देती है।
यदि आप औरों की तरह खुद के प्रति भी नर्म रवैया अपनाना चाहते हैं, तो सबसे पहले आप अपने उस स्वभाव से वाकिफ हों, जिससे आपको नुक्सान पहुंचता है।
अगर आपको लगता है कि खुद के प्रति थोड़ा उदार रवैया अपनाने से आप पहले से बेहतर निर्णय लेने के काबिल बन सकते हैं, तो पहले अपनी बेचैनी को खत्म करने के लिए प्रयास करें।
जो लोग तरक्की करना चाहते हैं, वे इस बात को जल्द स्वीकार कर लेते हैं कि उनसे गलती हो गई और उसका रोना रोते रहने के बजाय, उसे सुधारने में लग जाते हैं।
जिंदगी में आपको हर वक्त, हर क्षेत्र की उन बातों के बारे में सोचते रहना चाहिए, जो आप कर सकते हैं ताकि उनको हासिल करने की आपकी संभावनाओं में इजाफा हो।
खुद से जुड़ी परिस्थितियों पर नियंत्रण स्थापित करें। कामयाबी तभी हासिल करेंगे, जब स्वीकार करेंगे कि आप जो बनना चाहते हैं, वह केवल आप पर ही निर्भर करता है।
जिंदगी की सबसे बड़ी मजेदार बात यह है कि आप किसी चीज की कीमत तब समझते हैं, जब वह आपको छोड़ने लगती है।
वास्तव में, नेतृत्व भीतर से शुरू होता है। यह एक आवाज होती है, जो आपको तब राह दिखाती है जब आप खो जाते हैं। यह बताती है कि आपको कहां जाना चाहिए। अगर आप उस पर यकीन करते हैं, तो आप खुद पर विश्वास करते हैं।
जीवन में कुछ चुनौतियां जीतते हैं, कुछ हारते हैं। जीत का आनंद लें, लेकिन इसे सिर पर न चढ़ने दें। जिस क्षण सफ़लता आपके सिर चढ़ती है, आप असफलता ओर बढ़ने लगते हैं। असफलता को एक सामान्य घटना के रूप में लें। महत्वपूर्ण यह है कि जब हारें, तो उसका सबक न भूलें।
बड़ी बाधाओं के साथ ही बड़ी सफ़लता की संभावना रहती है। बाधाएं, सफ़लता का दूसरा पहलू हैं। अगर आपके और लक्ष्य के बीच कोई बाधा नहीं है, तो शायद यह लक्ष्य ही नहीं है।