कर्म का एहसान

कर्म वो आईना है, जो हमारा स्वरूप हमें दिखा देता है। अतः हमें कर्म का अहसानमंद होना चाहिए क्योंकि ये वही रास्ता है, जो हमें सच बताता है – विनोबा भावे