प्रश्न. शरदकालीन सुबह की तुलना किससे और किस आधार पर की गई है? ‘पतंग’ कविता के आधार पर लिखिए।
उत्तर : शरदकालीन सुबह की तुलना खरगोश की आँखों की लालिमा से की है। शरद का मानवीकरण करते हुए कवि कहता है कि वह अपनी नई चमकीली साइकिल को तेज़ गति से चलाते हुए ज़ोर-ज़ोर से घण्टी बजाते हुए पुलों को पार करके आ रहा है।