अपठित गद्यांश : जड़ और चेतन


आचार्य बसु ने सोचा कि अगर जड़ पदार्थ से ही जीवन का प्रादुर्भाव हुआ है और जीव-तत्व या चेतन का बीज किसी अन्य नक्षत्र से नहीं आया तो संभव है कि जिसे हम जड़ कहते हैं वह नितांत जड़ नहीं है, चेतन-गर्भा है। इसका पता बाहर से प्रदान की गई उत्तेजनाओं के प्रति जड़ पदार्थ की प्रतिक्रियाओं का परीक्षण करके ही लगाया जा सकता था। बिजली के करेंट का जड़ पदार्थ भी प्रत्युत्तर देते हैं यानी वे उसकी गति का आघात महसूस करते हैं, यह तो वह देख ही चुके थे। अब उन्होंने देखा कि बाहर की उत्तेजना की मात्रा यदि अत्यधिक हो तो जड़ पदार्थ भी थकान का अनुभव करते हैं और विश्राम करने के बाद पुनः अपनी पूर्वावस्था में आ जाते हैं। उन्होंने परीक्षण करके यह भी देखा कि तीव्र उत्तेजक द्रव्यों के जड़ पदार्थों में भी तीव्र प्रतिक्रिया होती है और उन पर जहरीले द्रव्यों का प्रभाव वैसा ही होता है, जैसा चेतन प्राणियों पर। अपने परीक्षणों से उन्हें यह विश्वास हो गया कि जड़ और चेतन की प्रतिक्रियाएँ बहुत कुछ समान होती हैं, तब उन्होंने जीव-जगत् की ओर दृष्टि घुमाई। आचार्य बसु ने देखा कि जड़ और चर जगत् के बीच के वे उद्भिज प्राणी भी हैं जो अपनी जगह पर अचल खड़े रहते हैं, वहीं अंकुरित होते, पल्लवित-पुष्पित और फलित होते हैं और सूखकर मर जाते हैं। हवा चलती है तो हिलते-डुलते हैं, नहीं तो देखने में जड़ वस्तुओं की तरह चुपचाप खड़े या पड़े रहते हैं। वनस्पति-जगत् के इन असंख्य उद्भिजों में आँख-कान-नाक जैसी ज्ञानेंन्द्रियाँ या हाथ-पाँव जैसी कर्मेंद्रियाँ भी नहीं होतीं, जिससे यह अनुमान किया जा सके कि वे अपना आहार जुटाने के लिए कोई प्रयत्न करते हैं या बाह्य परिस्थितियों की अनुकूलता-प्रतिकूलता अनुभव करते हैं।


प्रश्न 1. किस कथन से पता चलता है कि जड़ ‘चेतनगर्भा’ है?

(क) जड़ नितांत जड़ नहीं है

(ख) जड़ पदार्थों से ही जीवन का प्रादुर्भाव हुआ है

(ग) जड़ जमीन के अंदर रहती है

(घ) जड़ पर बाह्य उत्तेजनाओं का असर नहीं होता है।

प्रश्न 2. जड़ पदार्थ थकान का अनुभव कब करते हैं?

(क) जब बाह्य उत्तेजना की मात्रा अधिक हो

(ग) जब बाह्य उत्तेजना की मात्रा एक समान हो

(ख) जब बाह्य उत्तेजना की मात्रा कम हो

(घ) जब बाह्य उत्तेजना को जड़ पदार्थों से दूर रखा जाए।

प्रश्न 3. निम्नलिखित में से किसका प्रभाव जड़ पदार्थों तथा चेतन पदार्थों पर एक सा होता है?

(क) विषैले पदार्थों का

(ख) मधुर पदार्थों का

(ग) खट्टे पदार्थों का

(घ) उत्प्रेरक पदार्थों का।

प्रश्न 4. उद्भिज प्राणी किन्हें कहते हैं?

(क) एक जगह अचल रहकर अंकुरित, पुष्पित और पल्लवित होने वाले।

(ख) अंडे से पैदा होने वाले

(ग) दो बार जन्म लेने वाले

(घ) बाह्य परिस्थितियों के प्रति उदासीन रहने वाले।

प्रश्न 5. कथन (A) और कारण (R) को पढ़कर उपयुक्त विकल्प चुनिए-

कथन (A) : बिजली के करेंट का जड़ पदार्थ भी प्रत्युत्तर देते हैं यानी वे उसकी गति का आघात महसूस करते हैं।

कारण (R) : बाहर की उत्तेजना की मात्रा यदि अत्यधिक हो तो जड़ पदार्थ भी थकान का अनुभव करते हैं।

विकल्प :

(क) कथन (A) गलत है, किंतु कारण (R) सही है।

(ख) कथन (A) और कारण (R) दोनों ही गलत हैं।

(ग) कथन (A) सही है और कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या है।

(घ) कथन (A) सही है, किंतु कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या नहीं है।