अनुच्छेद लेखन : समय का सदुपयोग


समय का सदुपयोग


समय बहुत ही मूल्यवान वस्तु है और समय किसी के लिए नहीं रुकता। जो वक्त रहते समय का सदुपयोग नहीं करता वह जीवन में सदैव पछताता है। समय का सदुपयोग करने वाला इंसान जीवन में सदा उन्नति करता है। समय का सदुपयोग कई प्रकार से किया जा सकता है। वक्त रहते अपना कार्य पूर्ण करके मोबाइल, टी.वी. में समय व्यर्थ न करके। एक मनुष्य का धर्म उसका कर्म होता है जिसको उसे समय के अंतर्गत ही करना होता है। मनुष्य अगर अपना ध्यान सिर्फ कर्म पर केंद्रित करता है तो वह समय का सदुपयोग करता है। समय के दुरूपयोग के भी अनेक खतरे हैं जैसे- समय के दुरुपयोग से मनुष्य का पूर्ण जीवन समाप्त हो सकता है, मनुष्य के स्वास्थ को भी इससे बहुत बड़ा खतरा है जैसे अधिक समय मोबाइल पर व्यतीत करने से और अपना कार्य पूर्ण न करने से मनुष्य की आँखों को नुकसान पहुँचता है, एक समय सारिणी का पालन न करके मनुष्य अपना कोई भी कार्य समय पर खत्म नहीं कर पाता और असफलता प्राप्त करता है। जो समय का आदर व सदुपयोग करता है वह जीवन नई ऊँचाइयों को प्राप्त करता है।