दो व्यक्तियों के बीच गाँव में नए शौचालयों से आए परिवर्तन पर संवाद
व्यक्ति-1 : नरेंद्र मोदी के ‘स्वच्छता अभियान जन-आंदोलन’ ने तो भारत के कई गाँवों को नया जीवन दे दिया है।
व्यक्ति 2 : तुम्हें पता है मोदी जी ने इस योजना के लिए 60 हजार करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया है।
व्यक्ति 1 : देश के अनेक गाँवों में आज भी शौचालय न होने से स्थिति बड़ी कष्टकर है।
व्यक्ति 2 : हाँ, खासकर महिलाओं के लिए। लेकिन आजकल काफी कुछ बदल गया है।
व्यक्ति 1 : तुम्हें पता है हरियाणा के अति पिछड़े जिला मेवात के किसी गाँव में भी शौचालय नहीं था लेकिन आज इस गाँव को राष्ट्रपति द्वारा ‘निर्मल ग्राम’ का पुरस्कार मिला है।
व्यक्ति 2 : केवल इसी गाँव की बात नहीं है। यह परिवर्तन अनेक गाँवों में देखा गया है।
व्यक्ति 1 : धीरे-धीरे हमारा देश बदल रहा है। सभी लोगों में जाग्रति आ रही है।
व्यक्ति 2 : गाड़ियों में बने शौचालयों को भी आधुनिक बनाया जा रहा है। 2016-17 तक सभी स्टेशनों पर बने शौचालयों को भी बेहतर बनाया जा रहा है।
व्यक्ति 1 : दोस्त कुछ भी कहो, देश को स्वच्छ और सुंदर बनाने के इस अभियान ने बहुत बड़ा परिवर्तन ला दिया है।
व्यक्ति 2 : अब हमारे देश को प्रदूषण रहित करने के इस प्रयास में निश्चित ही सफलता मिलेगी।