पद्यांश/ काव्यांश
पद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए –
लीक पर वे चलें जिनके साक्षी हों राह रोके खड़े
चरण दुर्बल और हारे हैं।
हमें तो जो हमारी यात्रा से बने
ऐसे अनिर्मित पंथ प्यारे हैं।
पीले बाँस के झुरमुट
कि उनमें गा रही है जो हवा
उसी से लिपटे हुए सपने हमारे हैं।
(क) कवि किस पर चलने का इच्छुक नहीं है?
(i) पगडंडी पर
(ii) लीक पर
(iii) बैलगाड़ी पर
(iv) बस पर
(ख) राह रोके कौन खड़े हैं?
(i) दानव
(ii) शत्रु
(iii) ताड़ के वृक्ष
(iv) पीले बाँस के झुरमुट
(ग) लीक पर कौन चलते हैं?
(घ) काव्यांश में कवि किन सपनों की बात कर रहा है?