परीक्षा भवन के बाहर दो छात्रों की बातचीत
भुवन : यार नमन ! तेरी तैयारी हो गई।
नमन : हाँ, हो ही गई है। बस भाषा का एक टॉपिक संधि पुनरावृत्ति के लिए रह गया है। जल्दी से कर लेता हूँ।
भुवन : तुझे पदबंध की पहचान याद है क्या?
नमन : हाँ, पदबंध की पहचान तो सरल है। यदि रेखांकित शब्दों के अंत में संज्ञा शब्द हो तो संज्ञा पदबंध और यदि विशेषण शब्द हो तो विशेषण पदबंध होता है।
भुवन : क्रिया पदबंध में क्या होता है?
नमन : काम का किया जाना। जैसे-नाव उफनती नदी में डूबती चली गई। यहाँ ‘डूबती चली गई’ शब्द क्रियापद हैं। इसलिए यह क्रिया पदबंध है।
भुवन : धन्यवाद! क्रियाविशेषण व सर्वनाम पदबंध मुझे आते हैं। क्या मैं संधि बता दूँ।
नमन : हाँ, जल्दी बता, परीक्षा शुरू होनेवाली है।
भुवन : यदि जोड़ने पर आ, ई, ऊ हों तो दीर्घ; ए, ओ, अर हों तो गुण; ऐ, औ हों तो वृद्धि; अय्, आय्, अव्, आव् हों तो अयादि संधि होती है। धन्यवाद!
नमन : तूने तो बहुत आसानी से समझा दिया। चल जल्दी। परीक्षा शुरू होने वाली है।
भुवन : अच्छा! ऑल द बेस्ट।
नमन : थैंक्यू।