दिल्ली परिवहन निगम के अधिकारी को बस कर्मचारियों के प्रशंसनीय और साहसिक व्यवहार की सूचना देते हुए, उन्हें सम्मानित करने का आग्रह करते हुए पत्र लिखिए।
216, कश्मीरी गेट
नई दिल्ली
दिनांक : 19 फरवरी, 20XX
श्रीमान मुख्य प्रबंधक
दिल्ली परिवहन निगम
सिंधिया हाउस
कनॉट प्लेस
नई दिल्ली-110001
विषय : बस कर्मचारियों को उनके द्वारा किए गए साहसिक कार्य पर पुरस्कृत करने हेतु
माननीय महोदय
इस पत्र के द्वारा मैं आपका ध्यान उन बस कर्मचारियों के प्रशंसनीय व साहसिक व्यवहार की ओर दिलाना चाह रही हूँ, जिन्होंने कल अपनी सूझ-बूझ से अनेक यात्रियों की जान बचा ली।
मैंने अपने घर के बस स्टॉप से तीव्र मुद्रिका ली थी, जिसका नंबर था डी०एच०पी० 3329, समय था दोपहर के दो बजे का। बस यात्रियों से भरी हुई थी। मेरे घर के बाद अभी एक या दो ही स्टॉप गुजरे होंगे कि अचानक बस के ब्रेक खराब हो गए। यात्रियों को पता चलते ही सभी घबरा गए, लेकिन बस कंडक्टर ने अपना संतुलन नहीं खोया। वह चिल्ला-चिल्ला कर सभी से शांत रहने को कहता जा रहा था। ऐसे विकट समय में बस के ड्राइवर ने भी बड़े ही शांत दिमाग तथा सूझ-बूझ से काम लिया। सभी गाड़ियों और मोटरों से बचाता हुआ वह हमें ऐसे स्थान पर ले गया जहाँ बहुत-सी रेत थी। जैसे ही पहिए रेत में धँसे, बस की रफ़्तार अपने-आप ही कम होती चली गई और आखिर पास ही एक पेड़ से धीरे से टकरा कर रुक गई।
कुछ यात्रियों को छोटी-मोटी चोटें आईं, लेकिन कोई विशेष नुकसान नहीं हुआ। ड्राइवर के इस प्रशंसनीय और साहसिक व्यवहार ने अनेक यात्रियों को मरने से बचा लिया।
मैं आपसे आग्रह करती हूँ कि दिल्ली परिवहन निगम की इस बस के ड्राइवर तथा कंडक्टर दोनों को प्रशंसनीय तथा साहसिक व्यवहार के लिए पुरस्कृत किया जाना चाहिए।
भवदीया
शिवानी