दो तरह के लोग होते हैं। एक जो काम करते हैं, दूसरे जो श्रेय लेते हैं। पहले प्रकार के लोग बनें, वहाँ कम प्रतिस्पर्धा है।

  • भगवान राम की विशेषता है कि जब किसी की बात सुनते तो केवल शब्द नहीं पकड़ते। उस शब्द के पीछे की भावना जानने की कोशिश करते हैं।
  • जीवन में तृप्ति नाम की कोई चीज़ नहीं होती, बस मन तृप्त होते हैं। ज़िंदगी में निष्क्रियता नहीं होती, निष्क्रिय बस लोग होते हैं। ज़िंदगी खुले कोष्ठकों की तरह है, इनके बीच जितना चाहें, भरते जाएं।
  • जोखिम असाधारण किस्म के होंगे तो उपलब्धियां भी असाधारण ही होंगी।
  • हमें सिर्फ अपने संघर्ष की सीमा बढ़ानी है, सफलता तो तय है।
  • प्रगतिशील समाज के लिए कुछ फैसले लेने पड़ते हैं।
  • जरूरत से ज्यादा अटैचमेंट हमें सुख देने की बजाय असंतुष्टि, उदासी, दुख और निराशा के भाव ही देता है।
  • हम सब यहां एक कालखंड और स्थान के दर्शक या पर्यटक मात्र हैं। हम यहां से गुज़र रहे हैं। हमें यहां से गुज़रते हुए चीज़ों को ऑब्जर्व करना है, सीखना है, अपना विकास करना है, उनसे स्नेह रखना है और फिर से अपने घर लौटना है।
  • इस दुनिया में कुछ भी स्थाई नहीं है। यह बात समझ लेंगे तो हमेशा सुकून में रहेंगे।
  • शांति के लिए हमें युद्ध की तैयारी रखनी चाहिए।
  • सफलता आपके द्वारा सोचे गए विचार का अंतिम परिणाम है।
  • सकारात्मक सोच और लगातार कोशिश ही सफलता का आधार है।
  • जीवन में कभी – कभी कुछ बातें एक कान से सुननी और दूसरे से निकालनी पड़ती हैं।
  • जब एकांत में हों, तब साँसों को नियंत्रित कीजिए, भीतर झांकिए और स्वयं को इस योग्य बनाईए कि जब भी कोई ऐसी कुछ अप्रिय बात कहे, उसे तुरंत बाहर रवाना कर सकें।
  • भगवा की ताकत के आगे ब्रह्मंड भी सर झुकाता है, तभी तो सुबह शाम सूरज भी भगवा ओढ़ कर आता है ।
  • आपकी विफलताएं आपको सफलताओं से भी ज्यादा सिखाती हैं। विफलताएं हमें मजबूत बनाती हैं।
  • इच्छा से कुछ नहीं बदलता, लेकिन सही सोच दुनिया में बदलाव ला सकती है।
  • किताबों में वह क्षमता मौजूद होती है जो आपको खुद की खोज करने और पर्सनल ग्रोथ में मदद करके आपके जीवन और कैरियर को एक नया आयाम दे सकती हैं।
  • फॉर्मेट चाहे जो हो खुद को हर दिन बेहतर बनाते रहें और अपना सर्वश्रेष्ठ देते रहें।
  • व्यक्ति क्या है यह अहमियत नहीं रखता, वह कैसा है यह मायने रखता है।
  • जब अच्छे कर्मों का उदय होता है तो शंका की दीवार टूट जाती है। पाखण्ड और भौतिक वस्तुओं से लगाव से मन में हमेशा शंका बनी रहेगी।
  • जोखिम उठाएं। हम जिंदगी का चमत्कार तभी समझ पाएंगे, जब ऐसा कुछ होने देंगे, जिसकी उम्मीद न हो।
  • विश्वास प्रेम की ओर बढ़ाया गया पहला कदम है।
  • दो तरह के लोग होते हैं। एक जो काम करते हैं, दूसरे जो श्रेय लेते हैं। पहले प्रकार के लोग बनें, वहाँ कम प्रतिस्पर्धा है।
  • बहादुर वह नहीं है जो कुछ करने में डर महसूस नहीं करता, बल्कि बहादुर वह है जो डर को जीतकर कुछ कर गुजरता है। डर पर जीत ही सच्ची सफलता है।
  • जीवन में चुनौतियां खत्म नहीं होतीं, डर को जीतना ही बहादुरी है।
  • चीज़ों को देखने का हमारा नज़रिया ही हमारे समाधान तय करता है। समस्या के हर पहलू को देखें।
  • हम सब कुछ कर रहे हैं, लेकिन जिस तरह से या जिस गुणवत्ता से होना चाहिए, उसकी कमी है।
  • जरूरी नहीं है कि किताबों से ही सारे सबक सीखे जाएं। कुछ अनुभव से भी सीखने चाहिए
  • किताबें हमारे व्यक्तित्व पर व्यापक असर डालती हैं और बेहतर महसूस करने का साधन बनती हैं।
  • किताबें व्यक्ति की कल्पनाशीलता को बढ़ाती हैं एवं जीवन में उत्साह भरने में सक्षम होती हैं।
  • खुशी ही ऐसी वस्तु है, जो पास न होने पर भी आप दूसरों को बिना असुविधा के दे सकते हैं।
  • नकारात्मक परिस्थितियों में भी सकारात्मक रहते हैं तो सफलता तय है।
  • यदि आपको यह पता चल जाए कि जो बदलाव आप करना चाहते हैं, वह आपके लिए ज्यादा फायदेमंद और महत्वपूर्ण है तो आदत को बदलना आसान हो जाता है।
  • हमारे शास्त्रों में एक शब्द बड़ा अच्छा आया है – निष्कामता, मतलब जिस क्षण में जो भी कर रहे हैं, सहज होकर करिए।
  • एक भक्त यह बात जानता है कि ऊपर वाले ने हमें पहली सांस देते ही आखिरी पल मौत की अमानत बना दिया। यह विचार ही हमें सहज बना देता है।