“जब हम मुस्कुराते हैं तो भीतर से पोसिटिव, जब गुस्सा करते हैं तो निकलती हैं नेगेटिव तरंगें”
कोई भी कार्य ठीक ढंग से करने के लिए सबसे पहला सूत्र है कि हमारी अंतर चेतना का लेवल बहुत ऊंचा होना चाहिए। तभी सही रिजल्ट आएगा।
हम कई बार देखते हैं कि हमने कोई कार्य बहुत दिमाग लगा कर किया, फिर भी रिजल्ट नहीं आया। जितना हम वाणी से समझते हैं उतना ही हम तरंगों से भी समझते हैं। हमारे भीतर से खुशी और गमी दोनों तरह की तरंगें निकलती हैं। जब हम एक दूसरे से संवाद करते हैं, जब हम मुस्कुराते हैं तो हमारे भीतर से खुशी की तरंगें निकलती हैं और जब हम गुस्सा करते हैं तो हमारे भीतर से नेगेटिव तरंगें निकलती हैं।
चाहे हम दूसरे इंसान से मुस्कुराते हुए बात करें, अगर हमारे मन में गुस्सा है तो सामने वाला इंसान हमारी तरंगों को समझ जाता है। जब हम सही होते हैं, तभी हम गुस्सा करते हैं। जब हमारे भीतर नकारात्मकता भर जाए तो कोई काम अच्छे से नहीं हो सकता।
जिस कंपनी में आप काम करते हैं, अगर वह नुकसान में है तो आपका क्या बनेगा। आपके ऊपर 50 हजार का कर्जा है और आपके मालिक पर करोड़ों का कर्जा है तो बताओ कि आप दोनों में से अमीर कौन है। जिसके ऊपर कम कर्जा है वह अमीर है।
खुशी कोई प्रोडक्ट नहीं है जो खरीदी जा सके, बल्कि यह एक आदत है। हम उदास क्यों हैं, क्योंकि हम भूतकाल को याद रखते हैं और भविष्य की चिंता करते रहते हैं।
आप पर मुसीबत आती है, क्योंकि आप इसे झेल सकते हैं। यह प्रकृति का नियम है। हमें कोई चुनौती मिली है, इसका मतलब हम उसका समाधान कर सकते हैं।
समस्याएं हमारी खूबियों को निखारने के लिए आती हैं। हमें प्रसन्न रहने की आदत डालनी है। प्रसन्न रहने के लिए और तनाव मुक्त जीवन जीने के लिए मेडीटेशन, ध्यान, प्राणायाम, सुदर्शन क्रिया को जीवन का हिस्सा बनाना है। ऐसा करने से मन की ताकत बढ़ेगी।
आप किस तरह के असिस्टेंट चाहते हैं जो खुश और प्रसन्न हों या जो सदा गुस्से में रहता हो। केवल सैलरी बढाने से कुछ नहीं होगा। सिर्फ पैसे से कामयाबी नहीं मिलेगी। व्यक्ति के अंदर लगन और इच्छा शक्ति भी मजबूत होनी चाहिए।
जब तक व्यक्ति के भीतर की शक्ति को बाहर नहीं निकाला जाता, तब तक काम अधूरा ही रहता है। महात्मा गांधी जी ने हमारे पूर्वजों में जोश भर दिया, लाखों की तादाद में लोग उनसे जुड़े, जिससे हमें आजादी मिली।
प्रॉब्लम सॉल्व करने की शक्ति हम सब में है, बस उसे उजागर करने की जरूरत है।
- हमेशा अपनी मृत्यु को याद रखेंगे तो नींद अच्छी आ जाएगी।
- कर्जे वाले ने भी मरना है और ज्यादा बैंक बैलेंस वाले ने भी मरना है।
- जीवन में कुछ अच्छे दिन आए और कुछ बुरे दिन भी आए, आज सब सपने जैसा ही लगता है।
- लोगों से प्रेम बुरा नहीं है, परन्तु उनके प्रति मोह बुरा है, क्योंकि वह आपको दुःख में डालता है।
- व्यापार में प्रॉफिट कमाना बहुत अच्छा है, परन्तु लालच और प्रॉफिट में फर्क समझना बहुत जरूरी है।