कार्यालयी पत्र – शिक्षा संस्थानों के राष्ट्रीयकरण के विषय में एक पत्र लिखें।
शिक्षा संस्थानों के राष्ट्रीयकरण के विषय में हरियाणा राज्य सरकार द्वारा लिखे गये पत्र का जवाब देते हुए भारत सरकार की तरफ से एक पत्र लिखें।
संख्या …………
शिक्षा मंत्रालय
भारत सरकार
प्रेषक :
उपसचिव, भारत सरकार,
नई दिल्ली, दिनांक………..
प्रतिष्ठा में
मुख्य सचिव, हरियाणा राज्य सरकार,
चंडीगढ़।
विषय : शिक्षा संस्थानों का राष्ट्रीयकरण
महोदय,
आपके पत्रांक ……………….. दिनांक 5 सितंबर, 20.. के उत्तर में मुझे यह कहने का निर्देश हुआ है कि शिक्षा संस्थानों के राष्ट्रीयकरण के संबंध में आपकी ओर से आए प्रस्तावों पर गंभीरतापूर्वक विचार विनिमय हुआ है; किंतु ऐसा अनुभव किया गया है कि अभी इस दिशा में कोई ऐसा ठोस कदम उठाने का समय नहीं आया है। यह कटु सत्य है कि शिक्षा के क्षेत्र में व्यय का अधिकांश भार सरकार को ही वहन करना पड़ता है और शिक्षा संस्थानों की प्रबंध समितियाँ नाममात्र का व्यय कर उन पर अपना स्वामित्व स्थापित कर लेती हैं और सरकारी शिक्षा नीति में भी बाधा उपस्थित करती हैं। फिर भी इन समितियों को स्वयं ही सही मार्ग प्रशस्त करने के लिए अवसर देना ही होगा। शीघ्रतावश की गई कोई भी कार्रवाई अहितकर होगी।
1. भारत सरकार आपकी इस बात से पूर्णतया सहमत है कि शिक्षा संस्थानों की प्रबंध समितियों को राज्य सरकार द्वारा निश्चित की गई नीति का अक्षरश: पालन करना चाहिए। इस विषय में किसी प्रकार की उदासीनता दर्शाना उचित न होगा, जो शिक्षण संस्थाओं की प्रबंध समितियाँ इस संबंध में दोषी पाई जाएँ, उनके विरुद्ध अवश्य ही कठोर से कठोर कार्रवाई की जाए।
संख्या…………………
प्रतिलिपि निम्नलिखित को प्रेषित
प्रधान, हरियाणा राज्य छात्र अभिभावक संघ
मंत्री, हरियाणा शिक्षण संस्थान संघ
आपका विश्वासभाजन,
अ ब स
उपसचिव, भारत सरकार, नई दिल्ली-110002
ह०…………..
उपसचिव, भारत सरकार।