कविता : अट नहीं रही है


प्रश्न. ‘अट नहीं रही है’ कविता में ‘उड़ने को नभ में तुम पर-पर कर देते हो’ के आलोक में बताइए कि फाल्गुन लोगों के मन को किस तरह प्रभावित करता है?

उत्तर : फाल्गुन महीने में प्राकृतिक सौन्दर्य चरम पर होता है। मन कल्पनाओं में खोकर उड़ान भरने लगता है। फाल्गुन माह के वासंतिक प्रभाव से मन मन्त्र-मुग्ध हो जाता है। शीतल मंद सुगन्धित पवन नव पल्लवों और रंग-बिरंगे पुष्पों से लदी वृक्षों की डालियाँ वातावरण में मादकता भर देती हैं। मानव मन प्रसन्नता से भर उठता है।