प्रश्न. जाति-प्रथा भारतीय समाज में बेरोज़गारी और भुखमरी का भी एक कारण कैसे बनती जा रही है? क्या यह स्थिति आज भी है?
उत्तर : जाति-प्रथा के बंधन के कारण मनुष्य को अपना पेशा बदलने की स्वतंत्रता नहीं होती |
इसी कारण उसे भूखों मरने तक की नौबत आ जाती है।
जाति प्रथा पैतृक पेशा अपनाने पर ज़ोर देती है, भले ही वह इस पेशे में पारंगत ना हो।
जाति प्रथा व्यक्ति को पेशे विशेष से बांधकर रखती है, जो समाज में बेरोजगारी और भुखमरी का कारण बनता है। आज समाज की स्थिति में परिर्वतन आ रहा है। आज व्यक्ति को अपना पेशा चुनने और बदलने का अधिकार है।