कक्षा 12वीं प्रश्न-उत्तर


प्रश्न. रेडियो नाटक की कहानी में किन बातों का ध्यान रखना आवश्यक है?

उत्तर : रेडियो नाटक में कहानी संवादों तथा ध्वनि प्रभावों पर ही आधारित होती है। इसमें कहानी का चयन करते समय ध्यान रखने वाली बातों का विवरण इस प्रकार है-

कहानी एक घटना प्रधान न हो- रेडियो नाटक की कहानी केवल एक ही घटना पर आधारित नहीं होनी चाहिए क्योंकि ऐसी कहानी श्रोताओं को थोड़ी ही देर में उबाऊ बना देती है इसलिए रेडियो नाटक की कहानी में अनेक घटनाएँ होनी चाहिए ताकि श्रोता ऊबे नहीं और सुनना पसन्द करे।

अवधि सीमा – सामान्य रूप से रेडियो नाटक की अवधि 15 से 30 मिनट तक होनी चाहिए, इससे अधिक नहीं क्योंकि रेडियो नाटक को सुनने हेतु मनुष्य की एकाग्रता की अवधि 15 से 30 मिनट तक मानी जाती है, इससे ज़्यादा नहीं।

पात्रों की सीमित संख्या – रेडियो नाटक में पात्रों की संख्या सीमित होनी चाहिए। इसमें पात्रों की संख्या 5-6 से अधिक नहीं होनी चाहिए, क्योंकि श्रोता ध्वनि के सहारे ही पात्रों को याद रख पाता है। यदि रेडियो नाटक में अधिक पात्र होंगे तो श्रोता उन्हें याद नहीं रख पाएगा। इसलिए रेडियो नाटक में पात्रों की संख्या सीमित होनी चाहिए।