12 जनवरी, 1991
इस दिन अमेरिकी संसद ने कुवैत में इराकी बलों के खिलाफ कार्रवाई की मंजूरी दी थी। यह मंजूरी खाड़ी युद्ध का हिस्सा थी। कुवैत ने तेल की कीमतें कम कर दी थी। इसका इराक की अर्थव्यवस्था पर बुरा असर पड़ा। इराकी सेना ने 2 अगस्त, 1990 को कुवैत पर हमला कर दिया था।
इसकी दुनिया के कई देशों ने निंदा की थी। ‘संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद’ ने इराक पर आर्थिक प्रतिबंध लगा दिए थे। अमेरिकी गठबंधन सेना ने 17 जनवरी, 1991 को कुवैत में इराकी बलों के ठिकानों पर पहली बार हवाई हमले किए।
फिर 23 फरवरी को जमीनी आक्रमण किया। यह युद्ध इराक, कुवैत और सऊदी अरब के सीमा क्षेत्रों में हुआ। इराक ने सऊदी अरब पर मिसाइल छोड़ी। जमीनी अभियान के 100 घंटे बाद संघर्ष विराम की घोषणा हुई।
खाड़ी युद्ध में 15 देशों ने अमेरिका का साथ दिया। इनमें सऊदी अरब, ब्रिटेन, मिस्र, फ्रांस, सीरिया, पाकिस्तान, कनाडा, अर्जेंटीना और स्पेन भी शामिल हैं।
खाड़ी युद्ध में 15 देशों ने अमेरिका का साथ दिया। इनमें सऊदी अरब, ब्रिटेन, मिस्र, फ्रांस, सीरिया, पाकिस्तान, कनाडा, अर्जेंटीना और स्पेन भी शामिल हैं।