अपनी कीमत आंतरिक समृद्धता से आंकनी चाहिए।


  • खुद को बार-बार मौका दीजिए, एक वक्त आएगा जब राह मिल जाएगी।
  • अनिश्चितता व शक की अच्छी बात यह है कि ये हमें जगाए रखते हैं।
  • जिंदगी के महान लक्ष्य एक – दो दिन में हासिल नहीं होते। लक्ष्य हासिल होते हैं लगातार संघर्ष करने से और गलतियों से सीखने रहने से।
  • जो जल्दी सोता, जल्दी उठता है, उसके पास स्वास्थ्य, पैसा और बुद्धि रहती है।
  • अपनी कीमत आंतरिक समृद्धता से आंकनी चाहिए। हम अंदर से जितने मजबूत हैं, जितना आत्मविश्वास हम में है, हमारी कीमत उसी अनुपात में होगी।
  • जीवन में पूर्णता नाम की कोई चीज़ नहीं है, केवल मन संतुष्ट है। जीवन कभी निष्क्रिय या मरा हुआ नहीं होता, मरे हुए लोग होते हैं। जीवन खुले कोष्ठकों (ब्रैकेट) की तरह है, आप उनमें जितनी संख्या चाहें उतनी भर सकते हैं।
  • दूसरों की गलतियां देखते समय अपने गुनाहों को याद कर लेना, ये आदत हमें इंसान बनाए रखती है।