वामन अवतार
एक समय की बात है। युद्ध में इंद्र से हारकर दैत्यराज बलि गुरु शुक्राचार्य की शरण में गए। शुक्राचार्य ने
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Read more2 जनवरी, 1954 इस दिन सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ शुरू हुआ था। ये सम्मान राष्ट्रीय सेवा के लिए दिया
Read moreश्री श्री आनंदमूर्ति( आनन्द मार्ग के प्रवर्तक) जी के अनुसार सभी वृत्तियों को समाहित कर देना या एकत्रित करके एक
Read moreमनुष्य को हमेशा मौका नहीं ढूंढना चाहिए, क्योंकि जो आज है, वही सबसे अच्छा मौका है।
Read moreएक सृजनशील व्यक्ति कुछ कर पाने की उम्मीद से प्रेरित होता है, दूसरों को होड़ में हराने की उम्मीद से
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