बाल गीत – मेरा गाँव
मेरा गाँव नदी किनारे मेरा गांव, शीतल – शीतल पीपल छांव। बागों में जब कोयल बोले, कानों में मीठा रस
Read Moreमेरा गाँव नदी किनारे मेरा गांव, शीतल – शीतल पीपल छांव। बागों में जब कोयल बोले, कानों में मीठा रस
Read Moreमेरा घर यह मेरा मिट्टी का घर, नल के नीचे धरती पर। घास – फूस से इसे सजाया, दादा जी
Read Moreचन्दा मामा लाखों नन्हें तारों में, चमकूँ मैं भी कुछ ऐसे। नीले नभ में रातों को, चमक रहे हो तुम
Read Moreबादल नभ में उमड़ रहे हैं बादल, काले बादल भूरे बादल। सरिता, ताल, सरोवर, सागर, सूख भाप बन जाती ऊपर।
Read Moreकन्हैया पापा जब दफ्तर से आए, डिब्बा एक मिठाई लाए। अम्मा मक्खन खूब खिलाएं, भर – भर प्याला दूध पिलाएं।
Read Moreतारे नीले नभ के झिलमिल तारे, लगते कितने प्यारे-प्यारे। सुनता हूं है पास तुम्हारे, बालक ध्रुव जो पूज्य हमारे। सब
Read Moreसूरज सूरज रोज कहां जाता है, बड़े सवेरे फिर आता है। मां बोली सुन मंजू बेटी, धरती है सूरज की
Read Moreमेरी अम्मा सबसे प्यारी मेरी अम्मा, प्यारी अम्मा, न्यारी अम्मा। तुम ने हमको जन्म दिया है, पाल – पोस कर
Read Moreसवेरा जागो मुन्ना हुआ सवेरा, नहीं रहा अब कहीं अंधेरा। नीले नभ में लाली छाई, किरणें तुम्हें जगाने आई। उषा
Read Moreसबसे पहले आज उठूंगा सबसे पहले, मैं देखूंगा सबसे पहले, कैसे भागा घन अंधियारा, कैसे डूबा अंतिम तारा। कैसे पहला
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