कविता : न जाओ शहरों की ओर
न जाओ शहरों की ओर – श्री गोपाल व्यास गाँव के लोग पलायन कर रहे हैं शहरों की ओर, सूख
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Read Moreहिंदी कविता : गांधी तेरे पथ पर गांधी की क्या बात करूँ, गांधी उदास हैं,वे जूझ रहे तुमसे और बदहवास
Read Moreकिसको नमन करूं मैं : रामधारी सिंह दिनकर तुझको या तेरे नदीश, गिरि, वन को नमन करूँ मैं। मेरे प्यारे
Read Moreजलाओ दिये – गोपालदास ‘नीरज’ जलाओ दिये पर रहे ध्यान इतना अँधेरा धरा पर कहीं रह न जाए। नई ज्योति
Read More“जय श्री महाकाल” भारत मध्ये स्वयंभू ज्योतिर्लिंग, यजामहे, हे पारब्रह्म परमेश्वर शिव शम्भू, दयामहे। क्षिप्रा तट पे अवन्तिका, उज्जयिनी नगरी,
Read MorePoem : An apple a day An apple a day Sends the doctor away Apple in the morning Doctor’s warning
Read Moreकंप्यूटर यह मेरा कंप्यूटर प्यारा इसमें ज्ञान भरा है सारा पापा इससे नेट चलाते नई – नई बातें बतलाते माउस,
Read Moreबचपन नन्हा प्यारा सा बचपन जीवन का एक टुकड़ा बचपन नटखट नादानी का बचपन विद्या में जो डूबा तनमन खेलकूद
Read More29 states 1618 languages 6400 castes 6 religion 6 Ethnic groups 29 major festivals & 1 country Be proud to
Read Moreविवश नहीं वे विकल नहीं हैं घने अंधकार में चमकते ज्योति कण हैं। नहीं ज्योति आँखों की फिर भी क्या
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