हिंदी में कविता – सूरज
सूरज सूरज रोज कहां जाता है, बड़े सवेरे फिर आता है। मां बोली सुन मंजू बेटी, धरती है सूरज की
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Read Moreमेरी अम्मा सबसे प्यारी मेरी अम्मा, प्यारी अम्मा, न्यारी अम्मा। तुम ने हमको जन्म दिया है, पाल – पोस कर
Read Moreसवेरा जागो मुन्ना हुआ सवेरा, नहीं रहा अब कहीं अंधेरा। नीले नभ में लाली छाई, किरणें तुम्हें जगाने आई। उषा
Read Moreसबसे पहले आज उठूंगा सबसे पहले, मैं देखूंगा सबसे पहले, कैसे भागा घन अंधियारा, कैसे डूबा अंतिम तारा। कैसे पहला
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