सपनों के दिन


प्रश्न. लेखक को स्कूल जाने के नाम से उदासी क्यों आती थी? ‘सपनों के दिन’ पाठ के आधार पर स्पष्ट कीजिए। आपको स्कूल जाना कैसा लगता है और क्यों ?

उत्तर – लेखक व उसके साथ के सभी बच्चे रोते-पीटते स्कूल जाते थे। उन्हें स्कूल एक कैद की भांति प्रतीत होता था| मास्टरों की पिटाई के डर से उन्हें स्कूल जाना अच्छा नहीं लगता था। न ही उनकी पढ़ाई में कोई ज़्यादा दिलचस्पी थी। छोटी सी गलती हो जाने पर भी चमड़ी उधेड़ने की उनके स्कूल की परंपरा के कारण लेखक को स्कूल के नाम से उदासी आती, साथ ही मुश्किल पढ़ाई का भी डर बना रहता।

मुझे स्कूल जाना अच्छा लगता है । इसका कारण है मेरे मित्र और कुछ अध्यापक जो या तो अच्छा पढ़ाते है अथवा उनका स्वभाव अच्छा है। स्कूल जाने का एक बड़ा कारण खेल का पीरियड भी है। पढ़ाई में मेरी इतनी रुचि नहीं जितना दोस्तों के साथ खेलने व अध्यापकों से चर्चा करने में है।