19 जनवरी का इतिहास
19 जनवरी, 1942
इस दिन जापान ने म्यांमार पर कब्जा किया था। उस समय द्वितीय विश्वयुद्ध चल रहा था। म्यांमार का पुराना नाम बर्मा है। 19वीं सदी में बर्मन लोग चीन-तिब्बत सीमा से आकर इरावती नदी की घाटी में बस गए थे। यही लोग आज म्यांमार में बहुसंख्यक हैं।
साल 1886 में ब्रिटेन ने म्यांमार को भारत का राज्य घोषित किया था, लेकिन 1937 में इसे अलग उपनिवेश बना दिया था। जापान ने दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान म्यांमार पर हमला किया। इसके लिए उसने बर्मा आजाद फ़ौज तैयार की।
कब्जे के तीन साल बाद ही 1945 में ब्रिटेन ने म्यांमार को जापान के कब्जे से मुक्त करवाया था। ब्रिटेन ने इसके लिए आंग सन की एन्टी फासिस्ट पीपुल्स फ्रीडम लीग की मदद ली।
बाद में 1948 में आंग सन के नेतृत्व में हुए आंदोलन के कारण म्यांमार को ब्रिटेन से आजादी मिली। आंग सन को म्यांमार का राष्ट्रपिता कहा जाता है।
अंग्रेजों ने दूसरे विश्वयुद्ध में म्यांमार की खदानों को बमबारी कर नष्ट कर दिया था। अंग्रेज नहीं चाहते थे कि ये खदानें जापान के कब्जे में चली जाएं।