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अतीत के साथ सुलह


  • नेतृत्व का गुण कठिन समय में परिश्रम से ही निखर कर आता है।
  • हम अपने मन के परिणाम पर हद से ज्यादा निर्भर हो जाते हैं, इसलिए हम अपने जीवन में तमाम तरह की नकारात्मकताओं का अनुभव करते हैं।
  • सोच-विचार करने में समय लगाएं, लेकिन जब काम का समय आए, तो बिना संशय के आगे बढ़ें।
  • जब तक सांस है, तब तक संघर्ष है, और जब तक संघर्ष है, तब तक उम्मीद है।
  • सिर्फ सोच का फर्क है, वरना समस्याएं कमजोर नहीं मजबूत बनाती हैं।
  • अगर आप दिल से अच्छे व्यक्ति हैं, दूसरों के प्रति सहृदय हैं, काम के प्रति जुनूनी हैं, तो आपको आगे चलकर हर समस्या का समाधान मिल ही जाएगा।
  • इस पल में सर्वश्रेष्ठ करना आपको अगले पल के लिए सर्वश्रेष्ठ स्थान पर रखता है।
  • अच्छी तरह से किया गया काम अच्छी तरह से कही गई बात से बेहतर है।
  • सहनशील होना अच्छी बात है, पर अन्याय का विरोध करना उससे भी उत्तम है।
  • परिणाम सोच के अनुरूप नहीं, आपकी मेहनत के अनुरूप होता है।
  • शुरूआत करना ही आगे बढ़ने का रहस्य है।
  • वर्तमान क्षण ही हमारा सबसे अच्छा शिक्षक होता है।
  • मन को बेकार के उलझे हुए और तनाव देने वाले सभी तरह के विचारों से अलग होने का समय दें।
  • अपने अतीत के साथ सुलह करना क्षमा करने की प्रक्रिया है। यह लेट-गो की प्रक्रिया भी है, जो कि सभी मानवीय प्रयासों में सबसे सरल होकर भी सबसे कठिन है।
  • कोशिश करें कि निंदा या प्रशंसा जीवन को प्रभावित न करें, अपना काम करते रहें।