CBSEClass 9 HindiEducationPunjab School Education Board(PSEB)

पाठ के शब्दार्थ : तुम कब जाओगे अतिथि


तुम कब जाओगे अतिथि : शरद जोशी


आगमन-आना।

चतुर्थ-चौथा।

निस्संकोच – बिना शर्म के।

विगत-बीता हुआ।

सतत – लगातार।

आतिथ्य – अतिथि सत्कार।

संभावना-उम्मीद।

एस्ट्रॉनाट्स – अंतरिक्ष यात्री।

अंकित – छापा।

आर्थिक सीमा – धन संबंधी सीमा।

अज्ञात – अनजान।

आशंका – भय।

मेहमाननवाजी-अतिथि सत्कार।

आग्रह– अनुरोध।

गरिमा – गौरव।

छोर – किनारा।

आघात – चोट।

अप्रत्याशित-जिसकी आशा न हो।

मार्मिक – हृदय को छूनेवाली।

वेला-समय।

औपचारिक – दिखावटी।

निर्मूल-निराधार।

सलवट-मुड़ने के निशान।

चुक जाना – समाप्त होना।

जिक्र – चर्चा।

सौहार्द – मित्रता।

बोरियत-बोर होना।

रूपांतरित-बदला हुआ।

ऊष्मा-गर्मी।

गोलाकार-गोले का आकार।

उपवास-व्रत।

महत्ता-महत्व।

गुंजायमान – गूँजता हुआ।

किरण-सूर्य की रोशनी।