बदलाव जीवन का हिस्सा है। हमें बदलाव को बिना किसी विरोध के अपनाना चाहिए।
लोगों का समर्थन जीतने के लिए आपको अपने शब्दों और कार्यों में विश्वास होना चाहिए।
आपका मानसिक नजरिया ही वह सांचा है, जो आपके जीवन को आकार देता है। आपको सफलता भी पहले मानसिक रूप से, बाद में भौतिक रूप से हासिल होती है। मन की शंका और अनिश्चितता दूर करें।
जो हाथ फूल बांटता है, उस हाथ में सुगंध भी आ जाती है।
अपनी खुशियों का नियंत्रण अपने हाथ में रखें। किसी दूसरे को इसे तय करने की छूट न दें।
छोटे रास्ते नहीं, हमेशा सही रास्ते पर चलने का प्रयास करें।
परिस्थितियों पर किसी का कोई नियंत्रण नहीं हो सकता। इंसान केवल उन परिस्थितियों के प्रति अपने प्रतिसाद, अपने नज़रिए पर ही नियंत्रण रख सकता है। और फिर नज़रिए भी व्यक्ति की सोच, समझ, माहौल, स्वभाव आदि से प्रभावित होते हैं। इनमें अंतर हैरान कर सकता है।