काव्यांश / पद्यांश
निम्नलिखित काव्यांश के प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़कर सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प को चुनकर लिखिए-
जो नहीं हो सके पूर्ण – काम
मैं उनको करता हूँ प्रणाम!
कुछ कुंठित औ’ कुछ लक्ष्य – भ्रष्ट
जिनके अभिमंत्रित तीर हुए
रण की समाप्ति के पहले ही
जो वीर रिक्त तूणीर हुए
– उनको प्रणाम!
जो छोटी-सी नैया लेकर
उतरे करने को उदधि-पार
मन की मन में ही रही,
स्वयं हो गए उसी में निराकार
उनको प्रणाम !
जो उच्च शिखर की ओर बढ़े
रह-रह नव-नव उत्साह भरे
पर कुछ ने ले ली हिम-समाधि
कुछ असफ़ल ही नीचे उतरे
– उनको प्रणाम!
कृत-कृत्य नहीं जो हो पाए
प्रत्युत फाँसी पर गए झूल
कुछ ही दिन बीते हैं, फिर भी
यह दुनिया जिनको गई भूल
उनको प्रणाम !
प्रश्न. समाज किन लोगों को भुला चुका है?
(क) देश की स्वतंत्रता के लिए, समाज की भलाई लिए प्राणों को दाँव पर लगाने वालों को।
(ख) समाज में खूब धन कमाने वालों को।
(ग) वीर, प्रतापी राजाओं को।
(घ) माता-पिता का आदर-सम्मान करने वालों को।
प्रश्न. कवि ने यहाँ किन लोगों को प्रणाम किया है?
(क) सफ़ल लोगों को।
(ख) निराशा से भरे लोगों को।
(ग) असफल परंतु कर्मशील लोगों को।
(घ) दीन-हीन गरीब लोगों को।
प्रश्न. ‘हिम समाधि’ से क्या अभिप्राय है?
(क) बर्फ पर बैठ कर तपस्या करना ।
(ख) बर्फ में जम जाना।
(ग) अपनी जान गँवाना।
(घ) उपर्युक्त सभी।
प्रश्न. उपरोक्त काव्यांश में कवि ने नौका पर अपने विचार व्यक्त किए हैं। निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-
कथन (I) नौका से सागर पार करना, गलत प्रयासों की सीख देती है।
कथन (II) नौका से सागर पार करना, बड़ी नाव लेने का संदेश देती है।
कथन (III) नौका नई खोज और बड़े परिवर्तन करने की कोशिश करती है।
कथन (IV) नौका केवल यमुना को पार करने के लिए होती है।
निम्नलिखित विकल्पों पर विचार कीजिए तथा सही विकल्प चुनकर लिखिए-
(क) केवल कथन (I) सही है।
(ख) केवल कथन (III) सही है।
(ग) केवल कथन (IV) सही है।
(घ) केवल कथन (II) सही है