प्रश्न. ‘शिरीष के फूल’ पाठ में लेखक ने शिरीष, अवधूत और गांधी जी को एक ही श्रेणी में क्यों रखा है? पाठ के अनुसार इस समानता का आधार स्पष्ट कीजिए।
उत्तर : शिरीष की तुलना अवधूत से इसलिए की गई है क्योंकि जिस प्रकार अवधूत अर्थात् संन्यासी सुख-दुःख, लाभ-हानि की चिन्ता से परे होता है उसी प्रकार शिरीष का पेड़ भी धूप-आँधी की चिन्ता के बिना खड़ा रहता है। उसी प्रकार गांधी जी भी ब्रिटिश सरकार की अन्यायपूर्ण एवं दमनकारी नीतियों के विरुद्ध अपने सिद्धान्तों की रक्षा के लिए डटकर खड़े रहे।