कविता के बहाने – सार
कविता के बहाने – कुंवर नारायण (कवि)
सारांश
इस कविता में कवि ने कविता के व्यापक विषय क्षेत्र का वर्णन किया है। चिड़िया की उड़ान, फूलों की मुस्कान, बच्चों की क्रीड़ा सीमित हैं जबकि कविता असीम व अनन्त है। कविता की उड़ान, उसकी खुशबू और खेल सीमाओं के बन्धन से परे है। कविता कल्पनापूर्ण, प्रेरक व महान होती है।