चरैवेति, चरैवेति अर्थात् चलते रहो।
- साहस असल में एक शांत आवाज है, जो कहती है – मैं कल फिर से कोशिश करूंगा।
- सच्चाई उस लौ के समान होती है, जिसे छिपा तो सकते हैं, लेकिन बुझा नहीं सकते।
- जो व्यक्ति समय के साथ खुद को बदल सकता है, वह समय के साथ आगे बढ़ जाएगा।
- असफलता वह तत्व है, जो सफलता का स्वाद बता देती है।
- अपनी कमजोरी को जान लेना ही जिंदगी की सबसे बड़ी ताकत है।
- चलते रहेंगे तो बेहतर होते रहेंगे। इससे आत्मविश्वास भी बढ़ता है और यही सफलता है।
- जिंदगी पहाड़ चढ़ने जैसी है, झुककर चढ़ेंगे तो सफ़ल होंगे।